करनैलगंज, गोण्डा। उत्तर प्रदेश में लगातार दूसरी बार सत्तासीन योगी सरकार का बुलडोजर जहां समूचे प्रदेश में भूमाफियाओं पर कहर बरसा रहा है, वहीं दूसरी ओर भारी अतिक्रमण से जूझ रहे करनैलगंज के निवासी कस्बे में बाबा का बुलडोजर चलने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।लेकिन अभी उसके यहां चलने की आहट भी नहीं सुनाई पड़ी है और लोग करनैलगंज में भारी मात्रा में बेशकीमती सरकारी जमीनों पर बरकरार अवैध कब्जों पर बुलडोजर के चलने की राह ताक रहे हैं।
बताते चलें कि प्रदेश में बाबा बुलडोजर के नाम से चर्चित योगी आदित्यनाथ सरकार के गठन के साथ ही सम्पूर्ण प्रदेश में सरकारी जमीनों पर किये गये अवैध अतिक्रमण और दबंग भूमाफियाओं पर बुलडोजर चलना शुरू हो गया है। जिससे अतिक्रमणकारियों और दबंग माफियाओं में भय का माहौल बना हुआ है। वहीं समूचे प्रदेश में बुलडोजर चलते देख अतिक्रमण के शिकार करनैलगंज के निवासियों में यहां भी बुलडोजर चलने की उम्मीद जगी है। विदित हो कि कस्बा तथा ग्रामीण क्षेत्रों की तमाम सरकारी भूमि और तालाबों पर अवैध कब्जा करके बड़े पैमाने पर मकान और दुकानें बन चुकी हैं। कस्बे में किये गये अतिक्रमणों से जहां कई तालाबों का अस्तित्व समाप्त हो गया है, वहीं सड़क के किनारे किये गये भारी अतिक्रमण से आवागमन बाधित होता है। लोगों ने कई बार अतिक्रमणों को हटवाने की मांग की लेकिन उनकी आवाज नक्कारखाने में तूती की आवाज बनकर रह गई। बीजेपी नेता एवं श्री रामलीला कमेटी के महामंत्री कन्हैयालाल वर्मा, अर्चित पाण्डेय आदि कई लोगों ने तालाबों आदि पर किये गये अतिक्रमणों को हटवाकर पूर्व की स्थिति बहाल कराने की मांग की परन्तु नतीजा ढाक के तीन पात रहा और कोई कार्रवाई न होने से अतिक्रमण भी जोर-शोर से होने लगा। यही नहीं अब जब सम्पूर्ण प्रदेश में बुलडोजर से अतिक्रमण हटवाया जा रहा है तो करनैलगंज के लोगों में भी यहां भी बुलडोजर चलाकर अतिक्रमण हटाये जाने की उम्मीद जगी है लेकिन उनकी इच्छा कब पूर्ण होगी और पूरी होगी भी या नहीं, यह तो आने वाला वक्त बताएगा। बहरहाल कस्बे वासियों को राहत देने के लिए निष्पक्ष होकर अतिक्रमण हटाया जाना नितांत आवश्यक है।
.jpeg)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें