सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने पर होगा फोकस
ब्लाक स्तर पर आयोजित होगें स्वावलम्बन कैम्प
(जीत लाल गोस्वामी मो०-6394734889)
गोण्डा। जिला प्रोबेशन अधिकारी संतोष कुमार सोनी ने बताया है कि महिला कल्याण विभाग ने प्रदेश में महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलम्बन के लिए मिशन शक्ति फेज 4.0 के तहत 100 दिवसीय विशेष कार्ययोजना तैयार की है। इसके तहत अप्रैल से जून माह तक जनपद समेत पूरे प्रदेश में विभिन्न गतिविधियाँ आयोजित की जायेंगी।
यह जानकारी जिला प्रोबेशन अधिकारी संतोष कुमार सोनी ने दी। उन्होने बताया कि मिशन शक्ति फेज 4.0 के सम्बन्ध में निदेशक महिला कल्याण मनोज कुमार राय ने सभी जिलाधिकारी को पत्र भेजकर आयोजित होने वाली गतिविधियों की विस्तृत रूपरेखा के बारे में अवगत कराया है, जिसके मुताबिक, मिशन शक्ति 4.0 में जन-जन तक पहुंच कर उन्हें सरकार की योजनाओं का लाभ देना हमारा मुख्य उदेश्य है।
जिला प्रोबेशन अधिकारी ने बताया कि गतिविधियों में 13 से 21 अप्रैल के बीच जनपदों द्वारा ब्लॉक स्तर पर एक दिवसीय भव्य स्वावलम्बन कैम्प का आयोजन कर मिशन शक्ति 4.0 की विधिवत शुरुआत की जायेगी व प्रत्येक 15 दिवसों के अंतर पर ऐसे कैम्प आयोजित किये जायेंगे।
उन्होंने बताया है कि कैम्प के माध्यम से सरकार द्वारा संचालित कल्याणकारी योजनाओं जैसे- मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, उप्र मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना, पति की मृत्युपरांत निराश्रित महिला पेंशन योजना के बारे में जानकारी देने के साथ ही पात्र लोगों का चिन्हांकन करते हुए लाभ भी पहुंचाया जायेगा। इन कैम्पों के माध्यम से सरकारी योजनाओं के दायरे में आने वाले परिवारों, महिलाओं और बच्चों के आवेदनों की समस्त कार्यवाही ‘इन वन विंडो कैम्पस’ के माध्यम से पूरी की जायेगी। कैम्प के आयोजन के बारे में समुदाय को अवगत कराने के लिए प्रचार-प्रसार के माध्यमों का बेहतर इस्तेमाल किया जाएगा, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग शामिल हो सकें और योजनाओं का लाभ ले सकें। हर ग्राम सभा के प्रधान व बाल संरक्षण समिति को भी सक्रिय किया जाएगा, ताकि हर ग्रामीण को कैम्प के आयोजन की जानकारी हो सके।
अन्य प्रमुख गतिविधियाँ
एक मई को अंतरराष्ट्रीय बाल श्रम दिवस और तीन मई को अक्षय तृतीया के अवसर पर एक से सात मई तक बाल विवाह व बाल श्रम के खिलाफ जागरुकता व रेस्क्यू के लिए ‘आपरेशन मुक्ति’ वृहद आयोजन किया जायेगा। 13 मई को प्रत्येक ग्राम सभा स्तर पर बच्चों और महिलाओं सम्बन्धी विभिन्न मुद्दों पर जागरुकता व विचार-विमर्श हेतु प्रधान सम्मेलन आयोजित किये जायेंगे। 26 से 28 मई के बीच लिंगानुपात पर जागरुकता के लिए समस्त ग्राम सभाओं में जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में गुड्डा-गुड्डी बोर्ड की स्थापना की जायेगी। दो जून को मेगा इवेंट ‘हक की बात जिलाधिकारी के साथ’ का आयोजन किया जाएगा, जिसके माध्यम से यौन हिंसा, लैंगिक असमानता, घरेलू हिंसा, कन्या भू्रण हत्या, कार्यस्थल पर लैंगिक उत्पीडन और दहेज हिंसा आदि के सम्बन्ध में संरक्षण, सुरक्षा तंत्र, सुझाव व सहायता के लिए दो घंटे का पारस्परिक संवाद आयोजित किया जाएगा। 30 जून को मेगा इवेंट ‘अनंता’ का आयोजन किया जाएगा, जिसके माध्यम से प्रेरक महिलाओं और बालिकाओं की पहचान की जायेगी और सम्मान किया जाएगा।
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